विभिन्न बीमारियों से ग्रस्त 83 वर्ष के फादर स्टेन स्वामी को एल्गार परिषद मामले में गिरफ़्तार किया गया था. उनकी ज़मानत का विरोध करते हुए जिस पीसीयूएल को ‘माओवादी’ बताया गया, उसकी स्थापना समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण ने की थी और भाजपा के रविशंकर प्रसाद और अरुण जेटली इससे जुड़े रहे हैं.
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शेट्टी ने द हिंदू को बताया, ‘भयानक सच्चाई यह है कि सामाजिक कार्यों के नाम पर फादर स्टेन स्वामी और सह आरोपी सीपीआई (माओवादी) के उद्देश्यों को हासिल करने की दिशा में काम कर रहे हैं.’ बता दें कि यह कोई पहली बार नहीं है कि किसी मानवाधिकार संगठन को माओवादी संगठन के तौर पर चिह्नित किया जा रहा है. एनआईए ने अपनी चार्जशीट में इंडियन एसोसिएशन ऑफ पीपुल्स लॉयर्स (आईएपीएल) का नाम लिया, जिसके दो सदस्य गिरफ्तार किए गए सुरेंद्र गाडलिंग और सुधा भारद्वाज इन संगठनों में से एक का हिस्सा हैं. पुणे के एक सांस्कृतिक समूह कबीर कला मंच का नाम भी माओवादी एजेंडा को पूरा करने के तौर पर लिया जा रहा है. इनमें से किसी भी संगठन के पास केंद्र सरकार की ओर से जारी की गई अधिसूचना नहीं है, जिसमें इन्हें यूएपीए के तहत प्रतिबंधित संगठन घोषित किया गया है. विशेषज्ञों का कहना है कि किसी प्रतिबंधित संगठन का अगुआ मोर्चा कहने से प्रशासन को किसी शख्स या संगठन को निशाना बनाने या उन्हें गैरकानूनी के रूप में चिह्नित करने का अधिकार नहीं मिल जाता. विशेषज्ञों का कहना है कि कानून में कमियां हैं और ये कमियां इनका दुरुपयोग करने की मंशा से ही हैं. बॉम्बे हाईकोर्ट के वरिष्ठ वकील मिहिर देसाई और पीयूसीएल की महाराष्ट्र इकाई के संयोजक ने एनआईए द्वारा संगठन की प्रतिष्ठा धूमिल करने के प्रयासों को हास्यास्पद बताया. देसाई ने द वायर को बताया, ‘इन्होंने पूर्व में भी हास्यास्पद और गैर जिम्मेदाराना बयान दिए हैं. ये हर मानवाधिकार संगठन के पीछे पड़े हैं और अब ये पीसीयूएल को निशाना बना रहे हैं.’ देसाई ने कहा, ‘पीसीयूएल आपातकाल का प्रत्यक्ष परिणाम था. समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण ने इसकी स्थापना की थी. भाजपा के रविशंकर प्रसाद और अरुण जेटली सहित कई वकील पीसीयूएल से जुड़े रहे.’ स्टेन स्वामी ने चार साल पहले अपने एक निंबध में कहा था कि विस्थापन विरोधी जन विकास आंदोलन एनजीओ नहीं है बल्कि लोगों का आंदोलन हैं, जो झारखंड के अलग राज्य बनने के पहले दशक के दौरान अस्तित्व में आया था. (इस रिपोर्ट को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)