कोरोना वायरस संकट से निपटने पर मतभेद के कारण डोनाल्ड ट्रंप ने डब्ल्यूएचओ की फंडिंग रोकी

05:22 PM Apr 15, 2020 | द वायर स्टाफ

विश्व स्वास्थ्य संगठन को दी जाने वाली सालाना 50 करोड़ डॉलर तक की अमेरिकी धनराशि को रोकने की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की घोषणा पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा कि यह समय डब्ल्यूएचओ के संसाधनों में कटौती करने का नहीं है.

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप. (फोटो: रॉयटर्स)

वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) को दी जाने वाली सालाना 50 करोड़ डॉलर तक की अमेरिकी धनराशि को रोकने की घोषणा की है.

बीते सप्ताह ट्रंप ने कहा था कि वह विश्व स्वास्थ्य संगठन को अमेरिका की ओर से दिए जाने वाले वित्त पोषण (फंडिंग) पर रोक लगाएंगे. उन्होंने संगठन पर कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के दौरान सारा ध्यान चीन पर केंद्रित करने का आरोप लगाया था.

इस बीच कोरोना वायरस महामारी के चीन में पहली बार सामने आने के बाद से इस बीमारी के ‘गंभीर रूप से कुप्रबंधन और इसे छिपाने’ में उसकी भूमिका की समीक्षा की जा रही है.

जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के अनुसार कोरोना वायरस, जो नवंबर में मध्य चीन के हुबेई प्रांत के वुहान शहर में उत्पन्न हुआ था, उसके चलते अब तक अमेरिका में 25,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि दुनिया भर में कम से कम 1.25 लाख लोग मारे गए हैं.

ट्रंप ने मंगलवार को व्हाइट हाउस में महामारी पर अपने दैनिक संवाददाता सम्मलेन में कहा, ‘आज मैं अपने प्रशासन को विश्व स्वास्थ्य संगठन के वित्त पोषण को रोकने का निर्देश दे रहा हूं, साथ ही कोरोना वायरस के प्रसार में गंभीर कुप्रबंधन और इसे छिपाने की कोशिश के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन की भूमिका की समीक्षा की जा रही है. हर कोई जानता है कि वहां क्या हुआ.’

ट्रंप और उनके वरिष्ठ अधिकारी इससे पहले भी जेनेवा स्थित संयुक्त राष्ट्र के स्वास्थ्य निकाय पर चीन की तरफदारी करने का आरोप लगा चुके हैं.

फंडिंग पर रोक पर डब्ल्यूएचओ की फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है लेकिन ट्रंप द्वारा फंडिंग पर रोक से पहले मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डब्ल्यूएचओ प्रवक्ता मार्गरेट हैरिस ने कहा था कि किसी भी विवाद से इतर हमार काम जारी रहेगा.

ट्रंप की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि यह समय डब्ल्यूएचओ के संसाधनों में कटौती करने का नहीं है.

ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी करदाता हर साल 40 करोड़ से 50 करोड़ डालर तक डब्ल्यूएचओ को देते हैं, जबकि चीन एक साल में लगभग चार करोड़ डॉलर का योगदान देता है या इससे भी कम.

उन्होंने कहा कि संगठन के प्रमुख प्रायोजक के रूप में अमेरिका का यह कर्तव्य है कि वह डब्ल्यूटीओ की पूर्ण जवाबदेही तय करे.

उन्होंने कहा कि दुनिया डब्ल्यूएचओ पर निर्भर है कि वह देशों के साथ काम करे ताकि अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य खतरों के बारे में सटीक जानकारी समय पर साझा की जाए.

उन्होंने कहा, ‘डब्ल्यूएचओ इस मूल कर्तव्य में विफल रहा और उसे जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)

The post कोरोना वायरस संकट से निपटने पर मतभेद के कारण डोनाल्ड ट्रंप ने डब्ल्यूएचओ की फंडिंग रोकी appeared first on The Wire - Hindi.