उन्नाव हत्या: पुलिस ने कहा- युवती के नंबर देने से इनकार पर नाराज़ युवक ने दिया कीटनाशक

उन्नाव के बबुरहा गांव की दलित युवतियों को ज़हर देने के मामले को सुलझाने का दावा करते हुए पुलिस का कहना है कि आरोपी युवक उपचाराधीन 17 साल की युवती को पसंद करता था और युवती के फोन नंबर देने से मना करने से पर उसने नाराज़ होकर पानी में कीटनाशक मिला दिया, जिसे तीनों लड़कियों ने पी लिया.

उन्नाव के बबुरहा गांव की दलित युवतियों को ज़हर देने के मामले को सुलझाने का दावा करते हुए पुलिस का कहना है कि आरोपी युवक उपचाराधीन 17 साल की युवती को पसंद करता था और युवती के फोन नंबर देने से मना करने से पर उसने नाराज़ होकर पानी में कीटनाशक मिला दिया, जिसे तीनों लड़कियों ने पी लिया.

पोस्टमार्टम के दौरान अस्पताल के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मी. (फोटो: पीटीआई)

पोस्टमार्टम के दौरान अस्पताल के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मी. (फोटो: पीटीआई)

उन्नावः उत्तर प्रदेश पुलिस का कहना है कि उन्नाव जिले के बबुरहा गांव में दोहरे हत्याकांड मामले को उन्होंने सुलझा लिया है और इसमें शामिल दूसरा आरोपी नाबालिग नहीं है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्नाव पुलिस का कहना है कि दूसरे आरोपी के आधार कार्ड के मुताबिक उसकी उम्र 19 साल है.

उत्तर प्रदेश पुलिस ने शनिवार को कहा कि उनके पास कई सबूत हैं, जिनमें से एक प्रत्यक्षदर्शी और कॉल रिकॉर्ड हैं, जो दोनों आरोपियों को तीनों दलित लड़कियों को कथित तौर पर जहर दिए जाने के मामले से जोड़ते हैं.

ज्ञात हो कि 17 फरवरी को बबुरहा गांव में दलित समुदाय की तीन लड़कियां बेसुध अवस्था में मिली थी, जिनमें से दो को अस्पताल ले जाने पर मृत घोषित कर दिया गया था जबकि एक का कानपुर के अस्पताल में इलाज चल रहा है.

लड़कियों के परिवार के मुताबिक, ये तीनों लड़कियों जानवरों के लिए चारा इकट्टा करने खेत गई थीं.

जिन दो लड़कियों की मौत हुई है, उसमें से एक की उम्र 13 और दूसरे की 16 साल थी. वहीं तीसरी लड़की 17 साल की है. मृत युवतियां बुआ-भतीजी थीं.

पोस्टमार्टम में मृतक लड़कियों के शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं पाया गया था और किसी तरह के यौन उत्पीड़न के सबूत भी नहीं मिले थे.

इससे पहले शुक्रवार को पुलिस ने बताया था कि उन्होंने इस मामले को सुलझा लिया है और यह तीनों दलित लड़कियों को जहर दिए जाने का मामला है.

उन्नाव पुलिस ने इस मामले में 28 साल के एक शख्स विनय को गिरफ्तार किया है जबकि एक अन्य संदिग्ध को हिरासत में लिया है, जिसकी उम्र 15 साल बताई गई थी.

पुलिस का कहना है कि आरोपी विनय ने 17 साल की किशोरी को निशाना बनाकर उसके पानी में कीटनाशक मिलाने के अपराध को स्वीकार कर लिया है.

उन्नाव के एसपी आनंद कुलकर्णी के मुताबिक, ‘हमें घटनास्थल से एक रैपर मिला है. आरोपियों द्वारा हमें अपराध के बारे में बताए जाने के आधरा पह हमें मौका-ए-वारदात से एक बोतल मिली है. बोतल में थोड़ी शराब थी. इन सभी सबूतों को एनालिसिस के लिए भेजा जाएगा. हमारे पास आरोपियों के बयान भी हैं. हमारे पास एक प्रत्यक्षदर्शी भी हैं, जिसने आरोपी को पहचाना है और कहा है कि उसने आरोपियों को घटना के दिन घटनास्थल से भागते देखा था.’

उन्होंने कहा, ‘अब यह और स्पष्ट हो गया है कि आरोपियों ने पानी में जहर मिला दिया था इसलिए यह बोतल सबूत का महत्वपूर्ण हिस्सा है. हमारे पास एक आरोपी के सीडीआर रिकॉर्ड भी हैं, जिससे पता चलता है कि जब यह घटना हुई, वह बुधवार शाम को घटनास्थल के पास ही था.’

पुलिस का कहना है, ‘विनय ने 17 साल की किशोरी को जहर देने का फैसला किया था क्योंकि लड़की ने उसे अपना मोबाइल नंबर देने से मना कर दिया था. विनय पास के ही गांव में रहता है और लॉकडाउन के दौरान वह पीड़िता से घुल-मिल गया था.’

लखनऊ रेंज के इंस्पेक्टर जनरल (आईजी) लक्ष्मी सिंह ने कहा कि आरोपी विनय लड़कियों के दिनचर्या से वाकिफ था और उसी समय खेत पर जाता था, जब लड़कियां वहां होती थी.

उन्होंने कहा, ‘धीरे-धीरे वह 17 साल की किशोरी से एकतरफा प्यार करने लगा और उससे उसका मोबाइल नंबर मांगा, जिससे उसने इनकार कर दिया. शुरुआत में उसने लड़की पर दबाव डाला ताकि वह हां कह दे लेकिन ऐसा नहीं होने पर गुस्से में उसने खेत में ही रखे कीटनाशक को पानी में मिला दिया.’

यह पूछे जाने पर कि इस घटना में दूसरा आरोपी किस तरह शामिल हुआ? इस पर उन्होंने कहा, ‘विनय ने अपने दोस्त से कुछ स्नैक्स खेत में लाने को कहा था. लड़की भी पास की दुकान से कुछ स्नैक्स लाई थी. वे विनय के खेत के पास मिले और कुछ देर बात की जिसके बाद विनय ने लड़की को पानी में कीटनाशक मिली बोतल दी, जिसे लड़की ने पी लिया. इसके बाद दोनों छोटी बच्चियों ने किशोरी के हाथ से बोतल ली और उसे पी लिया.’

पुलिस का कहना है कि विनय का दावा था कि उसने उन दोनों को पानी पीने से मना किया था लेकिन लड़कियों ने ऐसा नहीं किया.

एसपी ने कहा, ‘पानी पीने के बाद तीनों जमीन पर बेहोश होकर गिर गईं और उनके मुंह से झाग निकलने लगे, जिसे देखकर विनय और उसका साथी डरकर वहां से भाग खड़े हुए. कानपुर अस्पताल की ओर से शनिवार को जारी किए गए मेडिकल बुलेटिन में कहा गया कि पीड़िता को वेंटिलेटर से हटा लिया गया है और उसे गहन चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है.’

पुलिस ने शनिवार को दोनों आरोपियों को उन्नाव के चीफ न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट के समक्ष पेश किया था, जहां से उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया.

एसपी ने कहा कि दूसरा आरोपी, जिसे शनिवार तक नाबालिग समझा जा रहा था. उसके आधार कार्ड के मुताबिक उसकी उम्र 19 साल है.

उन्होंने कहा, ‘हम कल अदालत में दूसरे आऱोपी की भी पुलिस हिरासत की मांग करेंगे. आधार कार्ड से दूसरे आरोपी की उम्र 19 साल होने का पता चलने के बाद उस पर व्यस्क के तौर पर ही मुकदमा चलेगा.’

हालांकि, दूसरे आरोपी के पिता ने पुलिस के इन दावों का खंडन करते हुए कहा, ‘मेरे बेटे की उम्र 14 से 15 साल से अधिक नहीं है. हम पढ़े-लिखे नहीं है और ये चीजें नहीं जानते. जब सरकारी स्कूल में उसका आधार कार्ड बनाया गया था, हर किसी ने कहा था कि आधार कार्ड में मुझे उसकी उम्र बढ़वानी चाहिए. लोगों ने कहा था कि अगर मैं ऐसा नहीं करता हूं तो उसे (आरोपी) आधार कार्ड नहीं मिलेगा, जो कि जरूरी है.’

यह पूछे जाने पर कि क्या उनके पास कोई और कागजात है, जिससे यह पता चल सके कि उनका बेटा नाबालिग है? इस पर उन्होंने कहा, ‘हमारे पास सिर्फ आधार कार्ड है. मेरा बेटा निर्दोष है. जब यह घटना हुई, वह घर पर ही था.’

वहीं, विनय की बहन सीमा (17) का कहना है कि राजनीतिक दबाव की वजह से उनके भाई को फंसाया जा रहा है.

उन्होंने कहा, ‘जब यह घटना हुई, मेरा भाई घर पर था. दबाव और राजनीति की वजह से उसे फंसाया जा रहा है.’

विनय की बहन सवाल पूछते हुई कहती है कि तीनों ने जहरीला पानी पिया और उन्हें इसके बारे में पता क्यों नहीं चला?

वह कहती है, ‘अगर उसने उन्हें कीटनाशक दिया था तो तीनों ने उसे कैसे पी लिया? पुलिस ने गुरुवार को कहा था कि दोनों लड़कियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, पेट से तेज गंध वाला पदार्थ मिला था. इसके बारे में पूछे जाने पर एसपी कुलकर्णी ने कहा, बरामद की गई बोतल से मिले तरल पदार्थ का एनालिसिस करने के बाद मैंइस पर टिप्पणी कर सकूंगा. इसके बाद ही हम बता पाएंगे कि यह किस तरह का जहर था.’

पुलिस ने शनिवार को इस बारे में और जानकारी दी थी कि आखिर किस तरह उन्होंने इस मामले में दो आरोपियों का पता लगाया.

पुलिस ने दावा किया कि दूसरा आरोपी पहले दौर की पूछताछ के दौरान कांपने लगा.

एसपी कुलकर्णी ने कहा, ‘हमने शुरुआत में दूसरे संदिग्ध को बतौर प्रत्यक्षदर्शी पूछताछ की और उससे नियमित सवाल पूछे कि वह कांपने लगा, वह बहुत घबराया हुआ था. हमें लगा कि वह इस अपराध के बारे में कुछ जानता है. इसके बाद हमने विनय से पूछताछ की, जिसने बताया कि वह उनमें से एक लड़की को जानता था औऱ खेत में उससे नियमित तौर पर बात करता था. दूसरे दौर की पूछताछ में दूसरे आरोपी ने हमें घटना के बारे में बताया.’