मेरे संगठन का एक-एक रुपया किसी जीवन को बचाने के लिए अपनी बारी का इंतज़ार कर रहा है: सोनू सूद

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड द्वारा अभिनेता सोनू सूद और उनके संगठन पर 20 करोड़ रुपये की कर चोरी का आरोप लगाए जाने के बाद उन्होंने यह बयान जारी किया है. अभिनेता और उनके लखनऊ स्थित रियल एस्टेट फर्म पर आयकर विभाग की छापेमारी के बाद बोर्ड ने दावा किया था कि यह पाया गया है कि सोनू सूद ने कई फ़र्ज़ी संस्थाओं से फ़ज़ी तरीके से ऋण के रूप में ‘बेनामी आय’ अर्जित की.

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड द्वारा अभिनेता सोनू सूद और उनके संगठन पर 20 करोड़ रुपये की कर चोरी का आरोप लगाए जाने के बाद उन्होंने यह बयान जारी किया है. अभिनेता और उनके लखनऊ स्थित रियल एस्टेट फर्म पर आयकर विभाग की छापेमारी के बाद बोर्ड ने दावा किया था कि यह पाया गया है कि सोनू सूद ने कई फ़र्ज़ी संस्थाओं से फ़ज़ी तरीके से ऋण के रूप में ‘बेनामी आय’ अर्जित की.

सोनू सूद. (फोटो साभार: फेसबुक)

मुंबई: केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) द्वारा अभिनेता सोनू सूद और उनके संगठन पर 20 करोड़ रुपये की कर चोरी का आरोप लगाए जाने के बाद अभिनेता ने सोमवार को कहा कि उनके संगठन का एक-एक रुपया जरूरतमंद और अनमोल जीवन को बचाने के लिए ‘अपनी बारी का इंतजार’ कर रहा है.

अपने परिसरों और उनसे संबद्ध लोगों के खिलाफ पिछले सप्ताह में कई बार हुई छापेमारी के बाद पहली बार 48 वर्षीय अभिनेता ने कहा कि वह ‘कुछ खास मेहमानों’ की खातिरदारी में व्यस्त थे, इसलिए वह पिछले चार दिनों से लोगों की सेवा नहीं कर पाए.

उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘पूरी विनम्रता के साथ मैं वापस आ गया हूं. जीवन बचाने में आपकी सेवा की खातिर. मेरी यात्रा जारी है. जय हिंद.’

अभिनेता और उनके लखनऊ स्थित रियल एस्टेट फर्म पर आयकर विभाग की छापेमारी के बाद सीबीडीटी ने दावा किया कि यह पाया गया है कि सूद ने कई फर्जी संस्थाओं से फर्जी तरीके से ऋण के रूप में ‘बेनामी आय’ अर्जित की.

अभिनेता कोविड-19 महामारी के दौरान अपने सूद चैरिटी फाउंडेशन के जरिये प्रवासियों और अन्य लोगों के लिए किए गए काम से सुर्खियों में आए. सीबीडीटी ने अभिनेता पर विदेशी अंशदान विनियमन कानून (एफसीआरए) के तहत नियम का उल्लंघन करने और विदेशों से चंदा लेने का आरोप लगाया.

सूद ने अपने बयान में कहा कि उन्होंने अपनी ‘पूरी ताकत और दिल से’ देश के लोगों की सेवा में खुद को समर्पित करने का संकल्प लिया है.

उन्होंने कहा, ‘आपको हमेशा कहानी का अपना पक्ष बताने की जरूरत नहीं है. यह समय बताएगा. एक अनमोल जीवन बचाने और जरूरतमंदों तक पहुंचने के लिए मेरे संगठन का एक-एक रुपया अपनी बारी का इंतजार कर रहा है. इसके अलावा कई मौकों पर मैंने मानवीय कारणों के लिए, ब्रांडों को मेरी फीस दान करने के लिए प्रोत्साहित किया है, जो हमें आगे बढ़ाता है.’

उन्होंने लिखा, ‘कर भला तो हो भला, अंत भला तो सब भला.’

शनिवार को एक बयान में सीबीडीटी ने दावा किया कि उसे अभिनेता और उसके सहयोगियों के परिसरों की तलाशी के दौरान ‘कर चोरी से संबंधित आपत्तिजनक सबूत’ मिले हैं.

बीते 15 सितंबर को आयकर विभाग ने अभिनेता सोनू सूद और लखनऊ स्थित एक रियल एस्टेट फर्म के खिलाफ अपने मामले के की जांच के संबंध में मुंबई, लखनऊ, कानपुर, जयपुर, दिल्ली और गुड़गांव में 28 परिसरों की तलाशी ली थी.

तलाशी 15 सितंबर को शुरू हुई और तीन दिनों तक जारी रही. बयान में कहा गया, ‘अभिनेता ने कई फर्जी संस्थाओं से फर्जी तरीके से ऋण के रूप में बेनामी आय अर्जित की.’

इसमें कहा गया है कि अब तक 20 ऐसी प्रविष्टियां (एंट्री) मिली हैं और इन्हें उपलब्ध कराने वालों ने जांच के दौरान अभिनेता को ‘फर्जी’ तरीके से (खातों में लेन-देन की प्रविष्टियां) देने की बात ‘स्वीकार’ की है.

कर विभाग के लिए नीति बनाने वाले निकाय ने कहा था, ‘उन्होंने (प्रविष्टयां मुहैया कराने वालों ने) नकद के बदले चेक जारी करने की बात स्वीकार की है. ऐसे कई उदाहरण हैं, जब कर चोरी के उद्देश्य से बहीखातों में ऋण के रूप में रसीदों को छिपाया गया है.’

निकाय ने कहा था कि इन फर्जी ऋणों का इस्तेमाल निवेश करने और संपत्तियां खरीदने के लिए किया गया. बयान में बताया गया था, ‘अभी तक 20 करोड़ रुपये से अधिक राशि की कर चोरी का पता चला है.

बयान में कहा गया है कि अभिनेता ने लखनऊ स्थित रियल एस्टेट फर्म के साथ एक संयुक्त उपक्रम (जेवी) शुरू किया और इसमें काफी धन निवेश किया.

बोर्ड ने कहा कि कर विभाग ने कर चोरी और बही खाते में अनियमितताओं से संबंधित सबूतों का पता लगाया है.

कोरोना वायरस महामारी के प्रसार को रोकने के लिए पिछले साल राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान कई प्रवासी कामगारों को उनके गृह राज्यों तक पहुंचने के लिए रेल, हवाई और सड़क के माध्यम से मुफ्त परिवहन की व्यवस्था करने के बाद सूद ने सुर्खियां बटोरी थीं.

सीबीडीटी ने कहा कि अभिनेता द्वारा स्थापित चैरिटी फाउंडेशन ने एक अप्रैल, 2021 से अब तक 18.94 करोड़ रुपये का चंदा एकत्र किया. इसमें से फाउंडेशन ने विभिन्न राहत कार्यों के लिए लगभग 1.9 करोड़ रुपये खर्च किए हैं और शेष 17 करोड़ रुपये संगठन के बैंक खाते में हैं जिसका इस्तेमाल नहीं हुआ है.

सीबीडीटी ने आरोप लगाया है कि चैरिटी फाउंडेशन ने विदेशी दानदाताओं से एफसीआरए नियमों का ‘उल्लंघन’ कर 2.1 करोड़ रुपये का चंदा भी जुटाया है.

दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने हाल में अपने ‘देश का मेंटर्स’ कार्यक्रम के लिए सूद को एंबेसडर नियुक्त किया है, जिसके तहत छात्रों को अपने करियर के विकल्प बनाने में मार्गदर्शन दिया जाएगा.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)