पेट्रोल-डीज़ल के दाम नई ऊंचाई पर, पेट्रोलियम कंपनी ने कहा- सिर्फ़ सरकार कर सकती है मदद

देश की तीसरी सबसे बड़ी पेट्रोलियम विपणन कंपनी एचपीसीएल के प्रमुख ने कहा कि पिछले दो-तीन दिन में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम अचानक बढ़कर 59 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गए हैं. मांग और आपूर्ति में अंतर की अवधारणा के अलावा सऊदी अरब द्वारा उत्पादन में कटौती की वजह से कीमतों में तेज़ी आई है.

देश की तीसरी सबसे बड़ी पेट्रोलियम विपणन कंपनी एचपीसीएल के प्रमुख ने कहा कि पिछले दो-तीन दिन में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम अचानक बढ़कर 59 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गए हैं. मांग और आपूर्ति में अंतर की अवधारणा के अलावा सऊदी अरब द्वारा उत्पादन में कटौती की वजह से कीमतों में तेज़ी आई है.

(फोटो: रॉयटर्स)

(फोटो: रॉयटर्स)

नई दिल्ली: देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतें बृहस्पतिवार को नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गईं. हाल के समय में वाहन ईंधन कीमतों में सबसे बड़ी वृद्धि की गई है. पेट्रोलियम विपणन कंपनियों ने कहा है कि सरकार करों में कटौती के जरिये उपभोक्ताओं के बोझ को कम कर सकती है.

सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम विपणन कंपनियों की मूल्य अधिसूचना के अनुसार, करीब एक सप्ताह के अंतराल के बाद पेट्रोल और डीजल दोनों ईंधनों के दाम 35-35 पैसे प्रति लीटर बढ़ाए गए हैं.

इस बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में पेट्रोल 86.65 रुपये प्रति लीटर के नए उच्च स्तर पर पहुंच गया है. वहीं मुंबई में पेट्रोल 93.20 रुपये प्रति लीटर की नई ऊंचाई पर पहुंच गया है.

इसी तरह दिल्ली में डीजल 76.83 रुपये प्रति लीटर हो गया है. मुंबई यह 83.67 रुपये प्रति लीटर के अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया है.

देश की तीसरी सबसे बड़ी पेट्रोलियम विपणन कंपनी हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (एचपीसीएल) के प्रमुख मुकेश कुमार सुराना ने कहा कि पिछले दो-तीन दिन में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम अचानक बढ़कर 59 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गए हैं. मांग और आपूर्ति में अंतर की अवधारणा के अलावा सऊदी अरब द्वारा उत्पादन में कटौती की वजह से कीमतों में तेजी आई है.

वाहन ईंधन के खुदरा दाम उत्पादन की बेंचमार्क लागत के ऊपर केंद्र और राज्यों के कर के अलावा डीलर का कमीशन जोड़कर निकाले जाते हैं.

सुराना ने कहा, ‘पेट्रोल पंप पर वाहन ईंधन के खुदरा दाम का सिर्फ 25 से 30 प्रतिशत अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क लागत पर निर्भर करता है. शेष केंद्र और राज्यों का कर होता है.’

उन्होंने कहा, ‘हमारे पास बेंचमार्क लागत में बढ़ोतरी का बोझ ग्राहकों पर डालने के अलावा कोई विकल्प नहीं है. सरकार के पास इसके लिए कराधान है.’

उन्होंने कहा, ‘मार्जिन काफी कम है. सरकार इस बात का जवाब दे सकती है कि कीमतों को कैसे रोका जाए.’’

पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बुधवार को राज्यसभा में एक लिखित जवाब में कहा था कि दिल्ली में पेट्रोल के दाम में केंद्र सरकार के उत्पाद शुल्क का हिस्सा 32.98 रुपये है. वहीं इसमें राज्य सरकार के बिक्री कर या मूल्य वर्धित कर (वैट) का हिस्सा 19.55 रुपये है.

अमर उजाला के मुताबिक, डीजल की कीमत में 30 से 32 पैसे तक की बढ़ोतरी हुई है, तो वहीं पेट्रोल में भी 29 से 30 पैसे तक कीमत बढ़ी है. इसी के साथ दिल्ली और मुंबई में पेट्रोल की कीमत अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है.

आज दिल्ली में पेट्रोल 86.95 रुपये और डीजल 77.13 रुपये, कोलकाता में पेट्रोल 88.30, डीजल 80.71 रुपये, मुंबई में पेट्रोल 93.49 रुपये, डीजल 83.99 रुपये और चेन्नई में पेट्रोल 89.39 रुपये, डीजल 82.33 रुपये प्रति लीटर मंहगा हो गया है.

इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक तेल कंपनियों ने रसोई गैस सिलेंडर की कीमतें भी बढ़ा दी है. तेल कंपनियों द्वारा गुरुवार को रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 25 रुपये बढ़ाई गई है. नई कीमत गुरुवार से प्रभावी हो गई है.

कीमतों में वृद्धि के बाद दिल्ली में रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 719 रुपये हो गई है. कोलकाता में कीमत 745.50 रुपये और चेन्नई में 735 रुपये हो गई है. मुंबई में कीमत 719 रुपये हो गई है. जनवरी में रसोई गैस की कीमत नहीं बढ़ाई गई थी.

गोवा में पेट्रोल, डीजल पर वैट बढ़ा

गोवा सरकार ने बृहस्पतिवार को पेट्रोल और डीजल पर मूल्य वर्धित कर (वैट) बढ़ाए जाने की घोषणा की. अधिकारियों ने कहा कि इसके कारण पेट्रोल की कीमतों में 1.30 रुपये और डीजल के दाम में 60 पैसे की वृद्धि होगी.

मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने संवाददताओं से कहा कि पेट्रोल और डीजल पर वैट बढ़ाए गए हैं.

इससे पहले, पेट्रोल पर 25 प्रतिशत वैट था जिसे बढ़ाकर 27 प्रतिशत किया गया, जबकि डीजल पर वैट 22 प्रतिशत से बढ़ाकर 23 प्रतिशत किया गया है. विपक्षी दलों ने इस वृद्धि की निंदा की है.

बता दें कि बता दें कि इससे पहले जनवरी की शुरुआत में पेट्रोल-डीजल के दाम सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई थी.

मालूम हो कि विदेशी मुद्रा दरों के साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें क्या हैं, इस आधार पर रोज पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है.

पेट्रोल व डीजल के दाम में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और अन्य चीजें जोड़ने के बाद इसका दाम लगभग दोगुना हो जाता है. विदेशी मुद्रा दरों के साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड की कीमतें क्या हैं, इस आधार पर रोज पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)