मुंबई के साकीनाका इलाके में बलात्कार और वीभत्सता की शिकार महिला की अस्पताल में मौत

मुंबई के उपनगरीय इलाके साकीनाका में बीते शुक्रवार को एक महिला के साथ बलात्कार और उसके निजी अंगों में लोहे की छड़ डालने का मामला सामने आया था. शनिवार को महिला ने अस्पताल में दम तोड़ दिया. पुलिस ने इस संबंध में एक आरोपी को गिरफ़्तार किया है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मामले की जानकारी लेकर पुलिस को जांच में तेजी लाने का भी निर्देश दिया है. वहीं, भाजपा ने आरोपी के लिए मृत्युदंड की मांग की है.

मुंबई के उपनगरीय इलाके साकीनाका में बीते शुक्रवार को एक महिला के साथ बलात्कार और उसके निजी अंगों में लोहे की छड़ डालने का मामला सामने आया था. शनिवार को महिला ने अस्पताल में दम तोड़ दिया. पुलिस ने इस संबंध में एक आरोपी को गिरफ़्तार किया है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मामले की जानकारी लेकर पुलिस को जांच में तेजी लाने का भी निर्देश दिया है. वहीं, भाजपा ने आरोपी के लिए मृत्युदंड की मांग की है.

(प्रतीकात्मक तस्वीर: पीटीआई)

मुंबई: मुंबई के उपनगरीय इलाके साकीनाका में बलात्कार और निजी अंगों में लोहे की छड़ डालने की वीभत्सता का शिकार बनी 34 वर्षीय महिला ने यहां नगरपालिका के एक अस्पताल में इलाज के दौरान शनिवार तड़के दम तोड़ दिया.

पुलिस ने बताया कि महिला के निजी अंगों में गंभीर चोटें आई थीं और हादसे में उसका बहुत खून बह गया था. एक अधिकारी ने बताया कि वह शुक्रवार तड़के से राजावाड़ी अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रही थी.

उन्होंने बताया कि महिला से बलात्कार के बाद और छड़ से निर्ममता से उस पर हमला करने के बाद आरोपी ने उस पर चाकू से भी वार किया था.

घटना के कुछ ही घंटों के भीतर पुलिस ने आरोपी मोहन चौहान (45 वर्ष) को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लेने की जानकारी दी है. इससे पहले उस पर हत्या के प्रयास का आरोप लग चुका है.

अधिकारी ने बताया कि यह घटना शुक्रवार तड़के सामने आई, जब पुलिस को साकीनाका में खैरानी रोड पर एक शख्स के एक महिला पर हमला करने के बारे में फोन आया था.

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, मुख्य नियंत्रण कक्ष को तड़के करीब 3:30 बजे एक चौकीदार का फोन आया, जिसमें उन्होंने बताया कि साकीनाका में एक टेंपो के अंदर एक महिला बेहोश पड़ी है.

उन्होंने बताया कि पुलिस मौके पर पहुंची, जहां उसने महिला को खून से सना हुआ पाया, जिसके बाद उसे राजावाड़ी अस्पताल में भर्ती कराया गया.

अधिकारी ने कहा, ‘जांच के दौरान सामने आया कि सड़क किनारे खड़े एक टेंपो के भीतर महिला से बलात्कार किया गया और उसके शरीर एवं निजी अंगों पर लोहे की छड़ से निर्ममता से वार किया गया.’

साथ ही बताया कि पुलिस को टेंपो में खून के निशान भी मिले.

उन्होंने बताया कि इलाके की सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर पुलिस ने एक संदिग्ध की पहचान की है, जो वीडियो में टेंपो से बाहर निकलता दिख रहा है.

इस बीच महाराष्ट्र के सीएम कार्यालय की ओर जारी बयान के अनुसार, साकीनाका में हुआ जघन्य अपराध मानवता के लिए कलंक है. मामले को फास्ट ट्रैक पर चलाया जाएगा और इस भयानक अपराध के कारण अपनी जान गंवाने वाली महिला को न्याय सुनिश्चित करने के लिए दोषी को कड़ी सजा दी जाएगी. अधिकारियों को जांच में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं.

पुलिस ने बताया कि कुछ सुरागों के आधार पर कार्रवाई करते हुए आरोपी चौहान को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 307 (हत्या का प्रयास) और 376 (बलात्कार) के तहत गिरफ्तार किया गया और आगे की जांच जारी है.

शुक्रवार को अदालत ने आरोपी मोहन चौहान को 21 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया.

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, आरोपी के दो बच्चे हैं और वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जौनपुर का रहने वाला है.

पुलिस ने बताया कि वह ड्रग्स और शराब का आदी है, जिसके चलते उसके परिवार ने उससे नाता तोड़ लिया है. उनका भाई मुंबई में रहता है, लेकिन उसकी लत के कारण, वह उसे अपने घर नहीं ले जाता है. उसकी पत्नी और दो बच्चे भी उससे बात करने से बचते हैं.

आरोपी 25 साल पहले मुंबई आया था. पुलिस को पता चला है कि वह वाहनों से बैटरी और पेट्रोल चोरी करने का काम किया करता है.

मुंबई के पुलिस आयुक्त हेमंत नागराले ने कहा, ‘मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन किया गया है. मुख्यमंत्री ने फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाने के निर्देश दिए हैं. दुर्भाग्य से पीड़िता की आज (शनिवार) सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई. हमने एफआईआर में धारा 307 को 302 को भी जोड़ दिया है. जांच से पता चला है कि घटना में केवल एक ही व्यक्ति शामिल है.’

त्योहारी सीजन में पुलिस की गश्त होने के बाद अपराध हो जाने से जुड़े एक सवाल पर नागराले ने कहा, ‘10 मिनट के अंदर पुलिस मौके पर पहुंच गई थी. यह हर अपराध स्थल पर मौजूद नहीं हो सकती. जानकारी मिलने के बाद ही यह पहुंचेगी. पुलिस ने अपनी पूरी क्षमता से काम किया है.’

भाजपा ने आरोपी के लिए मृत्युदंड की मांग की, राज्य सरकार पर साधा निशाना

भाजपा की प्रदेश इकाई ने शनिवार को आरोपी के लिए मृत्युदंड की मांग की और महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर शिवसेना नीत महा विकास आघाड़ी सरकार को घेरा.

विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फड़णवीस ने कहा, ‘साकीनाका बलात्कार मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक अदालत में होनी चाहिए ताकि आरोपी को जल्द से जल्द सजा मिल सके. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री (उद्धव ठाकरे) को बॉम्बे हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से मुलाकात कर उनसे इस मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक अदालत में कराने का आग्रह करना चाहिए.’

उन्होंने कहा, ‘मुझे पता है कि सजा सुनाने का काम न्यायपालिका का है, लेकिन मुझे ऐसा लगता है कि साकीनाका मामले के आरोपी को मौत की सजा मिलनी चाहिए.’

उन्होंने कहा कि साकीनाका की यह घटना 2012 के ‘निर्भया बलात्कार मामले’ की याद दिलाती है. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं पर हमला चिंता का विषय है.

दिसंबर 2012 में, एक युवती- जिसे बाद में ‘निर्भया’ कहा गया – के साथ दिल्ली में चलती बस के अंदर निर्दयता से सामूहिक बलात्कार और हमला किया गया, जिससे पूरे देश में आक्रोश फैल गया था. कई दिनों तक जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष के बाद अस्पताल में उसकी मौत हो गई थी.

प्रस्तावित शक्ति अधिनियम के बारे में पूछे जाने पर फड़णवीस ने कहा, ‘मौजूदा कानून दोषियों के खिलाफ कड़े कदम उठाने के लिए पर्याप्त हैं. यह राज्य की इच्छा शक्ति पर है कि वह कड़े फैसले ले और तर्कसंगत अंत तक उसका पालन करे.’

राज्य विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दारेकर ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान इस घटना के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया.

उन्होंने कहा कि इस घटना की पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार पर है, क्योंकि अपराधियों में कानून का थोड़ा सा भी डर रह नहीं गया है. महिला किस तरह के दर्द से गुजरी है, यह जानना भयावह है और वह पीड़िता की मौत से बेहद दुखी हैं. राज्य सरकार को कार्रवाई करने की जरूरत है.

उन्होंने कहा कि अगर भाजपा इस पर कुछ कहती है तो यह आरोप लग सकता है कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा पर पार्टी राजनीति कर रही है, लेकिन इस तरह के मामलों की संख्या खुद ही सब कुछ बयां कर रही है.

प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष चित्रा वाघ ने अनुसूचित जाति/जनजाति अधिनियम की तर्ज पर एक अधिनियम बनाने की मांग की ताकि इस तरह के अत्याचार में शामिल दोषियों को जल्दी जमानत न मिले.

महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि हम यह सुनिश्चित करेंगे कि आरोप पत्र एक निश्चित समय सीमा के भीतर दायर किया जाए और आरोपी को सजा दिलाने के लिए मामले को तेजी से बढ़ाया जाए.

राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने इस घटना का स्वत: संज्ञान लिया है. आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा, ‘सिर्फ एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. अगर आज शाम तक मामले में कोई प्रगति नहीं होती है तो मैं इसके बारे में पूछताछ करने के लिए एक सदस्य को भेजूंगी और पीड़ित परिवार की मदद भी करूंगी.’

इस बीच संवाददाताओं से बातचीत में मुंबई की महापौर व शिवसेना नेता किशोरी पेडनेकर ने कहा, ‘मैं कल्पना नहीं कर पा रही हूं कि क्यों कुछ मर्द इतनी बेरहमी दिखाते हैं. मुझे जानकारी दी गई है कि पुलिस इस घटना से जुड़ीं जानकारियां जुटा रही है और सबूत जमा कर रही है. कुछ समय लगेगा लेकिन सच का पता चलेगा.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)