महाराष्ट्र: सावरकर के ख़िलाफ़ टिप्पणी को लेकर राहुल गांधी पर मानहानि का केस दर्ज

भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने महाराष्ट्र के अकोला ज़िले में हुए एक संवाददाता सम्मेलन में सावरकर की आलोचना करते हुए कहा था कि उन्होंने ब्रिटिश शासकों की मदद की और दया याचिका लिखी थी. इस तरह उन्होंने महात्मा गांधी, सरदार पटेल, जवाहरलाल नेहरू और स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े अन्य नेताओं के साथ विश्वासघात किया था. The post महाराष्ट्र: सावरकर के ख़िलाफ़ टिप्पणी को लेकर राहुल गांधी पर मानहानि का केस दर्ज appeared first on The Wire - Hindi.

भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने महाराष्ट्र के अकोला ज़िले में हुए एक संवाददाता सम्मेलन में सावरकर की आलोचना करते हुए कहा था कि उन्होंने ब्रिटिश शासकों की मदद की और दया याचिका लिखी थी. इस तरह उन्होंने महात्मा गांधी, सरदार पटेल, जवाहरलाल नेहरू और स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े अन्य नेताओं के साथ विश्वासघात किया था.

राहुल गांधी. (फोटो: पीटीआई)

ठाणे/नागपुर/औरंगाबाद/मुंबई/शेगांव: महाराष्ट्र के ठाणे शहर की पुलिस ने हिंदुत्व विचारक विनायक दामोदर सावरकर के खिलाफ ‘अपमानजनक’ टिप्पणी करने के आरोप में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज किया है. एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के खिलाफ बृहस्पतिवार (17 नवंबर) को ठाणे नगर थाने में एफआईआर दर्ज की गई.

अधिकारी ने कहा, ‘महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट की कार्यकर्ता वंदना डोंगरे द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया है. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने सावरकर के खिलाफ अपने अपमानजनक बयानों से नागरिकों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है.’

उन्होंने बताया कि भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 500 (मानहानि) और 501 (मानहानिकारक चीज छापने या उकेरने) के तहत मामला दर्ज किया गया है.

राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ वर्तमान में महाराष्ट्र से होकर गुजर रही है.

उन्होंने बृहस्पतिवार को अकोला जिले के वाडेगांव में एक संवाददाता सम्मेलन में दावा किया था कि सावरकर ने ब्रिटिश शासकों की मदद की और डर की वजह से दया याचिका लिखी तथा इस तरह उन्होंने महात्मा गांधी, सरदार पटेल, जवाहरलाल नेहरू और स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े अन्य नेताओं के साथ विश्वासघात किया.

इससे दो दिन पहले राहुल गांधी ने अपनी यात्रा के तहत वाशिम जिले में एक रैली को संबोधित किया था और इसमें उन्होंने सावरकर को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का प्रतीक बताया था.

कांग्रेस नेता ने कहा था, ‘वह (सावरकर) अंडमान में दो-तीन साल जेल में रहे. उन्होंने दया याचिकाएं लिखनी शुरू कर दीं.’

भाजपा और शिंदे के नेतृत्व वाले गुट बालासाहेबंची शिवसेना ने टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता की आलोचना की है. इन दलों के कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ प्रदर्शन भी किया.

कांग्रेस के गठबंधन सहयोगी उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट ने भी सावरकर पर राहुल गांधी की टिप्पणी को खारिज किया है.

दिवंगत हिंदुत्व विचारक के पौत्र रंजीत सावरकर ने अपने दादा के अपमान का आरोप लगाते हुए बृहस्पतिवार को मुंबई के शिवाजी पार्क थाने में राहुल गांधी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है.

राहुल गांधी ठाणे जिले में पहले से ही मानहानि के एक और मामले का सामना कर रहे हैं. वर्ष 2014 में आरएसएस के एक कार्यकर्ता ने ठाणे के भिवंडी शहर में गांधी का भाषण सुनने के बाद उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया था, जहां कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया था कि महात्मा गांधी की हत्या के पीछे आरएसएस का हाथ था.

शिकायतकर्ता ने दावा किया कि इस बयान से आरएसएस की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है. 2018 में अदालत ने मामले में गांधी के खिलाफ आरोप तय किए थे.

सावरकर पर राहुल के बयान से गठबंधन में दरार पड़ सकती है: संजय राउत

उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना ने शुक्रवार को चेतावनी दी कि हिंदुत्व विचारक वीडी सावरकर पर राहुल गांधी के ‘अनपयुक्त’ बयान से महा विकास आघाड़ी (एमवीए) की एकता पर असर पड़ सकता है.

इससे पहले शुक्रवार दिन में वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने राहुल गांधी का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने सावरकर पर निशाना नहीं साधा था, बल्कि केवल एक ‘ऐतिहासिक तथ्य’ को उजागर किया था. उन्होंने यह भी कहा कि इससे एमवीए पर कोई असर नहीं पड़ेगा.

राहुल गांधी के बृहस्पतिवार के बयान के खिलाफ भाजपा और अन्य दक्षिणपंथी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र में अनेक जगहों पर प्रदर्शन किए. नासिक जिले में सावरकर के जन्मस्थान भागुर में बंद आयोजित किया गया.

उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना के प्रमुख नेता संजय राउत ने शुक्रवार को कहा जयराम रमेश ने उन्हें फोन किया था और दोनों ने इस मुद्दे पर लंबी बातचीत की.

राउत ने संवाददाताओं से कहा कि सावरकर के खिलाफ कोई भी अपमानजनक बयान शिवसेना के लिए स्वीकार्य नहीं है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को पूरे देश में, खासकर महाराष्ट्र में अच्छा समर्थन मिल रहा है.

राउत ने कहा, ‘वीर सावरकर का विषय उठाने की कोई वजह नहीं थी. इससे एमवीए में दरार पड़ सकती है, क्योंकि हम वीर सावरकर को आदर्श मानते हैं.’

एमवीए में उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना और कांग्रेस के साथ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी भी है.

राउत ने कहा, ‘इस बयान ने न केवल शिवसेना को प्रभावित किया है, बल्कि महाराष्ट्र के कुछ कांग्रेस नेताओं को भी प्रभावित किया है. महाराष्ट्र के लोग और देश की जनता का बड़ा वर्ग वीर सावरकर के प्रति सम्मान रखते हैं.’

कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के महाराष्ट्र में बुलढाणा जिले के शेगांव पहुंचने पर, संवाददाता सम्मेलन में जयराम रमेश ने कहा, ‘गांधी ने आदिवासी नेता बिरसा मुंडा के (तुलनात्मक) संदर्भ में सावरकर का जिक्र किया था कि कैसे ब्रिटिश सरकार के सामने मुंडा ने सिर नहीं झुकाया और सावरकर ने दया याचिका पर हस्ताक्षर कर दिए, यह तथ्य है.’

कांग्रेस नेता ने दावा किया कि यह तथ्य है कि महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे, सावरकर से प्रभावित थे. उन्होंने दावा किया कि महात्मा गांधी की हत्या के पीछे सावरकर की विचारधारा थी. उन्होंने कहा कि सावरकर जिस विचारधारा को मानते थे, वही उनकी (गांधी की) हत्या का कारण थी.

रमेश ने कहा कि सावरकर पर कांग्रेस और ठाकरे नीत शिवसेना के विचार अलग-अलग हैं, लेकिन इसका एमवीए गठबंधन पर कोई प्रभाव नहीं होगा.

वहीं महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राहुल गांधी पर अपने वोट बैंक को बचाने के लिए सावरकर के बारे में चुनिंदा तरीके से बात रखने का आरोप लगाया.

उन्होंने दावा किया कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और कई अन्य कांग्रेस नेताओं ने सावरकर को कट्टर राष्ट्रवादी कहा था और यहां तक कि वामपंथी नेता श्रीपद डांगे ने सावरकर को क्रांतिकारी कहा था.

The post महाराष्ट्र: सावरकर के ख़िलाफ़ टिप्पणी को लेकर राहुल गांधी पर मानहानि का केस दर्ज appeared first on The Wire - Hindi.