भारत में एक दिन में कोविड-19 के 12,286 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के कुल मामलों संख्या बढ़कर 11,124,527 हो गई. इनमें से 10,798,921 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, वायरस से 91 और मरीजों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 157,248 हो गई.
आंकड़ों के अनुसार, कुल 10,798,921 लोगों के संक्रमण मुक्त होने के साथ ही देश में मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 97.07 प्रतिशत पर पहुंच गई है. वहीं, कोविड-19 से मृत्यु दर में गिरावट दर्ज की गई और अब वह 1.41 प्रतिशत है.
देश में अभी कुल 168,358 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 1.51 प्रतिशत है.
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, देश में एक मार्च तक 217,618,057 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की जा चुकी है. इनमें से 759,283 नमूनों की जांच सोमवार को की गई थी.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक जिन लोगों की मौत हुई, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं.
आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (सात अगस्त को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त को) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (पांच सितंबर) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है.
वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर को) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर को) होने में 12 दिन लगे थे. 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर) होने में इसे 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर को) होने में 29 दिन लगे.
देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.
वायरस के मामले और मौतें
24 घंटे में सामने आए संक्रमण के नए मामलों की बात करें तो बीते एक मार्च को
15,510 मामले सामने आए थे और
106 लोगों की मौत हुई थी.
फरवरी माह में संक्रमण के सर्वाधिक
16738 मामले 25 फरवरी को सामने आए थे और इस महीने सर्वाधिक
138 लोगों की मौतें भी इसी तारीख में दर्ज है.
जनवरी में 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक
20,346 मामले बीते सात जनवरी को दर्ज किए गए थे. वहीं इस अवधि में सबसे अधिक
264 लोगों की मौत छह जनवरी को हुई थी.
31 जनवरी को
13,052, 30 जनवरी को
13,083, 29 जनवरी को
18,855, 28 जनवरी को
11,666, 27 जनवरी को
12,689, 26 जनवरी को
9,102, 25 जनवरी को
13,203, 24 जनवरी को
14,849, 23 जनवरी को
14,256, 22 जनवरी को
14,545, 21 जनवरी को
15,223, 20 जनवरी को
13,823 नए मामले सामने आए थे.
31 जनवरी को
127, 30 जनवरी को
137, 29 जनवरी को
163, 28 जनवरी को
123, 27 जनवरी को
137, 26 जनवरी को
117, 25 जनवरी को
131, 24 जनवरी को
155, 23 जनवरी को
152, 22 जनवरी को
163, 21 जनवरी को
151, 20 जनवरी को
162 लोगों ने संक्रमण से जान गंवाई थी.
इससे पहले दिसंबर महीने में 24 घंटे के दौरान पांच दिसंबर को संक्रमण के अधिकतम
36,652 मामले सामने आए थे और चार दिसंबर को संक्रमण से अधिकतम
540 लोगों की मौत हुई थी. नवंबर महीने 24 घंटे के दौरान सात नवंबर को संक्रमण के अधिकतम
50,356 मामले सामने आए थे और पांच नवंबर को संक्रमण से अधिकतम
704 लोगों की मौत हुई थी.
अक्टूबर महीने की बात करें तो एक तारीख को अधिकतम 86,821 और 28 अक्टूबर को न्यूनतम 43,893 मामले 24 घंटे के दौरान सामने आए थे.
अक्टूबर में 24 घंटे में मरने वालों की अधिकतम संख्या 1 अक्टूबर को 1,181 थी.
सात सितंबर को
90,802 और 30 सितंबर को
80,472 नए मामले दर्ज किए गए थे. सात से 30 सितंबर के बीच नए मामलों की संख्या घटती बढ़ती रही. इस अवधि में 22 सितंबर को
75,083 (न्यूनतम) और 17 सितंबर को
97,894 (अधिकतम) मामले दर्ज किए गए थे, जो अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा भी है.
छह सितंबर को संक्रमण के नए मामले पहली बार 90 हजार (
90,632) के पार हो गए थे. 28 अगस्त को पहली बार 70 हजार (
75,760) के पार, सात अगस्त को पहली बार 60 हजार (
62,538) के पार, 30 जुलाई को पहली बार
50 हजार के पार हो गए थे.
इसी तरह 20 जुलाई को यह पहली बार
40 हजार के पार, 16 जुलाई को पहली बार
30 हजार के पार, 10 जुलाई को पहली बार
25 हजार (26,506) के पार, तीन जुलाई को पहली बार
20 हजार के पार, 21 जून को पहली बार
15 हजार के पार और 20 जून को संक्रमण के नए मामलों की संख्या पहली बार
14 हजार के पार हुई थी.
सितंबर महीने में एक दिन में मरने वालों की बात करें तो एक सितंबर को इनकी संख्या
819 और 29 सितंबर को न्यूनतम
776 थी. इन दो तारीखों के अलावा पूरे महीने हर दिन मरने वालों की संख्या एक हजार से अधिक रही है. 16 सितंबर को
1290 लोगों की जान गई, जो एक दिन में मरने वालों का सर्वाधिक आंकड़ा है.
10 अगस्त से 31 अगस्त तक बीते 24 घंटे या एक दिन में मरने वालों की संख्या
1007 से अधिकतम
1,092 (19 अगस्त का आंकड़ा) के बीच रही. 24 जुलाई से नौ अगस्त के बीच एक दिन या 24 घंटे में मौत का आंकड़ा
700 से लेकर 933 (आठ अगस्त का आंकड़ा) के बीच रहा है. एक जुलाई से 23 जुलाई के बीच यह आंकड़ा
507 से
1,129 के बीच रहा.
11 जून से 30 जून के बीच मरने वालों की संख्या
300 से 500 के अंदर रही है. 22 जून को एक दिन में मरने वालों की संख्या पहली बार
400 से अधिक रही थी. और 11 जून को पहली बार मरने वालों की संख्या
300 के आंकड़े को पार कर गई थी.
दुनियाभर में मामले 11.44 करोड़ से ज़्यादा, 25.38 लाख से अधिक लोगों की मौत
अमेरिका की
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 114,428,987 हो गए हैं और अब तक 2,538,582 लोगों की जान जा चुकी है.
दुनियाभर में कोरोना से अमेरिका सबसे अधिक प्रभावित देश है. यहां संक्रमण के अब तक 28,663,108 मामले सामने आए हैं, जबकि मरने वालों की संख्या 514,522 हो चुकी है.
भारत संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित दूसरा देश है. भारत के बाद तीसरे सर्वाधिक प्रभावित देश ब्राजील में संक्रमण के अब तक 10,587,001 मामले मिले हैं और 255,720 लोग दम तोड़ चुके हैं.
ब्राजील के बाद चौथे सर्वाधिक प्रभावित देश रूस में संक्रमण के 4,209,850 मामले आए हैं, जबकि 85,025 मरीजों की मौत दर्ज की जा चुकी है.
रूस के बाद पांचवें सर्वाधिक प्रभावित देश ब्रिटेन में संक्रमण के 4,194,289 मामले आए हैं, जबकि 123,187 मरीजों की मौत के मामले सामने आए हैं.
ब्रिटेन के बाद छठे सर्वाधिक प्रभावित देश फ्रांस में संक्रमण के 3,820,369 मामले आए हैं और 86,955 लोगों ने जान गंवा दी है. फ्रांस के बाद सातवें सर्वाधिक प्रभावित स्पेन में संक्रमण के 3,204,531 मामले (शनिवार तक) सामने आए हैं और 69,609 मौतें हुई हैं.
स्पेन के बाद आठवें सर्वाधिक प्रभावित देश इटली में संक्रमण के 2,938,371 मामले दर्ज हुए हैं, जबकि 97,945 मौतें हुई हैं. इटली के बाद नौवें प्रभावित देश तुर्की में संक्रमण के 2,711,479 मामले सामने आए हैं और 28,638 मौतें हुई हैं.
तुर्की के बाद 10वें सर्वाधिक प्रभावित देश जर्मनी में संक्रमण के 2,455,569 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 70,514 लोगों की यह महामारी जान ले चुकी है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)