छत्तीसगढ़: ब्राह्मणों के ख़िलाफ़ आपत्तिजनक टिप्पणी के आरोप में मुख्यमंत्री के पिता पर केस

आरोप है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल ने हाल ही में उत्तर प्रदेश में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ब्राह्मणों को विदेशी बताकर लोगों से उनका बहिष्कार करने की अपील की थी. सर्व ब्राह्मण समाज की शिकायत पर यह एफ़आईआर दर्ज की गई है.

आरोप है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल ने हाल ही में उत्तर प्रदेश में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ब्राह्मणों को विदेशी बताकर लोगों से उनका बहिष्कार करने की अपील की थी. सर्व ब्राह्मण समाज की शिकायत पर यह एफ़आईआर दर्ज की गई है.

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल. (फोटो: पीटीआई)

नई दिल्लीः छत्तीसगढ़ की रायपुर पुलिस ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंदकुमार बघेल द्वारा ब्राह्मणों के खिलाफ कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के  आरोप में मामला दर्ज किया है.

पिता की टिप्पणी से हुए विवाद के बाद मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि वह इस तरह के बयान से दुखी हैं.

उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी सरकार में कानून से ऊपर कोई नहीं है और पुलिस मामले में उचित कार्रवाई करेगी.

पुलिस अधिकारी का कहना है कि सर्व ब्राह्मण समाज की शिकायत पर डीडी नगर थाने की पुलिस ने शनिवार (चार सितंबर) देर रात नंद कुमार बघेल (86 वर्ष) के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई.

अधिकारी ने बताया कि नंद कुमार बघेल के खिलाफ आईपीसी की धारा 153ए (विभिन्न समूहों के बीच धर्म, जाति, जन्मस्थान, निवास और भाषा के आधार पर वैमनस्य पैदा करना) और धारा 505(1)(बी) के तहत मामला दर्ज किया गया है.

उन्होंने बताया कि शिकायत में संगठन ने आरोप लगाया है कि हाल में मुख्यमंत्री के पिता ने ब्राह्मणों को विदेशी बताकर लोगों से उनका बहिष्कार करने की अपील की थी.

उन्होंने कथित तौर पर लोगों से ब्राह्मणों को गांव में घुसने नहीं देने का भी आह्वान किया था.

अधिकारी ने शिकायत के हवाले से बताया कि नंद कुमार बघेल ने कथित तौर पर लोगों से ब्राह्मणों को देश से निकालने की अपील की.

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के पिता इससे पहले भगवान राम के बारे में कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी कर चुके हैं.

अधिकारी ने बताया कि संगठन ने अपनी शिकायत में कहा कि मुख्यमंत्री के पिता की कथित टिप्पणी का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है.

पुलिस के मुताबिक, ‘नंद कुमार बघेल ने यह कथित टिप्पणी हाल में उत्तर प्रदेश में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए की थी.’

इस बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बयान में कहा कि उनके पिता की टिप्पणी उनके संज्ञान में आई है और वह इससे दुखी हैं.

राज्य के जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी बयान में मुख्यमंत्री को उद्धृत करते हुए कहा गया, ‘मेरे पिता नंद कुमार बघेल द्वारा एक वर्ग के खिलाफ की गई टिप्पणी मेरे संज्ञान में आई है. यह टिप्पणी उस वर्ग की भावनाओं को आहत करने के साथ सामाजिक सौहार्द को भी प्रभावित करती है, मैं इससे दुखी हूं.’

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें सोशल मीडिया और अन्य मंचों से पता चला है कि ऐसा कहा जा रहा है कि नंद कुमार बघेल के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी, क्योंकि वह मुख्यमंत्री के पिता हैं.

उन्होंने कहा, ‘मेरी सरकार में सभी व्यक्ति बराबर है. सभी को पता है कि मेरे पिता के साथ वैचाारिक मतभेद है. हमारे राजनीतिक विचार और विश्वास बहुत अलग है. मैं एक बेटे के तौर पर उनका सम्मान करता हूं, लेकिन एक मुख्यमंत्री के नाते मैं उन्हें ऐसी गलतियों के लिए माफ नहीं कर सकता, जिससे कानून व्यवस्था प्रभावित हो सकती है.’

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मेरी सरकार में कोई भी कानून से ऊपर नहीं है, भले वह मुख्यमंत्री का 86 वर्षीय पिता ही क्यों न हो.’

उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस द्वारा उचित कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.

भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार सभी धर्मों, जातियों और समुदायों और उनकी भावना का सम्मान करती है व सभी को समान महत्व देती है.

उन्होंने कहा, ‘यह हमारा कर्तव्य है कि हम सभी के सम्मान और संवैधानिक अधिकार की रक्षा करें. हमारे लिए कानून सबसे ऊपर है.’

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, नंद कुमार बघेल किसी राजनीतिक दल से जुड़े हुए नहीं हैं. वह खुद को ओबीसी समाज के नेता के रूप में देखते हैं. वह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर खुद को देश के किसान वर्ग और ओबीसी का नेता बताते हैं.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)