त्रिपुराः मीडिया संस्थानों पर हमले के आरोप में भाजपा युवा मोर्चा नेता गिरफ़्तार

त्रिपुरा के विभिन्न हिस्सों में आठ सितंबर को हुई हिंसा में 10 से अधिक लोग घायल हो गए और छह वाहनों में आग लगा दी गई थी. यह हिंसा भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा तीन मीडिया संस्थानों के दफ़्तरों और माकपा के तीन कार्यालयों पर हमले के बाद हुई.

त्रिपुरा के विभिन्न हिस्सों में आठ सितंबर को हुई हिंसा में 10 से अधिक लोग घायल हो गए और छह वाहनों में आग लगा दी गई थी. यह हिंसा भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा तीन मीडिया संस्थानों के दफ़्तरों और माकपा के तीन कार्यालयों पर हमले के बाद हुई.

अगरतलाः भाजपा युवा मोर्चा के नेता को रविवार को क्राइम ब्रांच ने अगरतला में मीडिया संस्थानों पर हमला करने के आरोप में गिरफ्तार किया. आरोपी को स्थानीय अदालत ने पांच अक्टूबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.

यह हमला आठ सितंबर को अगरतला में कई मीडिया संस्थानों पर हुआ था. आरोपी की पहचान रघु लोध (32) के रूप में की गई है और वह अगरतला में भाजपा की युवा इकाई के सह-प्रवक्ता हैं.

लोध पर आईपीसी की धारा 447 (आपराधिक रूप से अतिक्रमण करने), 448 ( घर अतिक्रमण), 427 (पचास रुपये से अधिक  का नुकसान करना), 436 (घर आदि को नष्ट करने की मंशा से आग या विस्फोटक का इस्तेमाल करना) और 326 (जानबूझकर घातक हथियार से चोट पहुंचाना) के तहत मामला दर्ज गया.

एक अन्य मामले में उन पर वाहनों को जलाने और राजनीतिक पार्टी के कार्यालय में तोड़फोड़ का आरोप है.

संवाददाताओं से बातचीत में सहायक लोक अभियोजक खोकन देबनाथ ने कहा, ‘लोध को गिरफ्तार कर लिया गया और रविवार को अगरतला में अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया.’

सहायक लोक अभियोजक खोकन देबनाथ ने द वायर  को बताया, ‘जांचकर्ता अधिकारी ने बताया है कि आरोपी को रविवार को सुबह 11 बजे गिरफ्तार किया गया. उन्होंने चार दिन के लिए आरोपी की कस्टडी की मांग की लेकिन अदालत ने लोध को पांच अक्टूबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया.’

त्रिपुरा हिंसा

त्रिपुरा के विभिन्न हिस्सों में आठ सितंबर को हुई हिंसा में 10 से अधिक लोग घायल हो गए और छह वाहनों में आग लगा दी गई.

यह हिंसा भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा तीन मीडिया संस्थानों के ऑफिस और सीपीआई (एम) के तीन कार्यालयों पर हमले के बाद हुई.

जिन तीन मीडिया संस्थानों पर हमला किया गया, वे प्रतिबादी कलम दैनिक और इसका टीवी चैनल पीबी24, अगरतला में दैनिक देशेर कथा और गोमती जिले के उदयपुर में दुरंत टीवी चैनल हैं.

राज्य में सीपीआई (एम) का हेड ऑफिस, पश्चिमी त्रिपुरा जिले के मेरलमठ में सब डिविजनल ऑफिस और बिशालगढ़ में एक स्थानीय पार्टी के कार्यालय पर भी हमला किया गया.

इन मीडिया संस्थानों पर हमले ऐसे समय में हुआ, जब सत्तारूढ़ भाजपा ने सिपाहीजाला जिले के धनपुर और बाशपुकुर में छह सितंबर को हुई झड़पों के दौरान उनके पार्टी के कार्यकर्ताओं पर हुए कथित हमले के विरोध में आठ सितंबर को अगरतला में रैली का आयोजन किया था.

भीड़ इन मीडिया संस्थानों में इकट्ठा हुई और प्रतिबादी कलम और पीबी24 के कार्यालयों के बाहर खड़े दोपहिया वाहनों और संपादक अनल रॉय चौधरी के वाहन में आग लगा दी.

इस घटना के बाद चौधरी ने पश्चिम अगरतला पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई और पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया.

उन्होंने कहा, ‘इससे पहले कई लोगों को तलब किया गया और उनसे पूछताछ की गई और बाद में पता चला कि वे लोग दोषी नहीं थे. पुलिस मामले की जांच कर रही है इसलिए इस पर टिप्पणी करना उचित नहीं है. हम कानून के मुताबिक काम करेंगे.’

इसी तरह के एक घटनाक्रम में लोध का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें वे अगरतला में महाराजा बीर बिक्रम कॉलेज में सदर सब डिविजनल पुलिस अधिकारी रमेश यादव पर हमला करने की कोशिश करते दिखाई दे रहे हैं. हालांकि, इस वीडियो को अब कथित तौर पर हटा लिया गया है.

क्राइम ब्रांच के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर द वायर  को बताया कि उन्होंने अशोक देबनाथ नाम के एक और शख्स की पहचान की है.

अधिकारी ने कहा, ‘मीडिया संस्थानों पर हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार करने के लिए दबाव बढ़ा है. हमने रघु लोध नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. उसने पहले एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी के साथ दुर्व्यवहार किया था. हमने अशोक देबनाथ नाम के एक और शख्स की पहचान की है. वह हमारे रडार पर है. हमने सीसीटीवी फुटेज से उसकी पहचान की है.’

(इस रिपोर्ट को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)